शनिवार, 16 मई 2015

☆★ शक् ☆★

उसकी आँखों में मेरे प्यार की भपक आज भी है ।
उसके शौहर से ज्यादा मेरा उस पर हक् आज भी है ।
मेरी तो आंखें भी उसकी मोहब्बत के कलाम पडतीं है,
वो अलग बात है उसको मुझ पर शक् आज भी है ।

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2 टिप्‍पणियां:

  1. रहीश पिथमपुरी भाई बहुत खूब

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  2. बहुत खूब भाई आपने पोस्ट सही किया ऐसे ही करिये जो आपने शक लिखा वहा अपनी शायरी के हिसाब से कुछ भी लिखिए और जो आपने निचे लेबल में रोज़ एक शायर लिखा वहा हर बार एक ही लिखना एहि वाला अपना नाम का

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