चलो एक तहरीक चलाया जाये ।
इंसान को इंसान बनाया जाये ।
फूलों को न यूँ तोड़ा जाये ।
किरदार से जहाँ को महकाया जाये ।
भूखे को खाना खिलाया जाये ।
प्यासे को पानी पिलाया जाये
दिल न किसी का दुखाया जाये ।
रोते को फ़क़त हँसाया जाये ।
ज़ालिम की मज़म्मत की जाये ।
मज़लूम की हिमायत की जाये ।
फ़र्ज़ है यही इंसान का "सलमान" ।
यही सभी को समझाया जाये ।
चलो एक तहरीक चलाया जाये ।
इंसान को इंसान बनाया जाये ।
"सलमान सिद्दीकी"
बेहतरीन भाई (मजलूम की मरम्मत की जाये) वाह
जवाब देंहटाएंबेहतरीन भाई (मजलूम की मरम्मत की जाये) वाह
जवाब देंहटाएंबेहतरीन
जवाब देंहटाएंबेहतरीन
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