गुरुवार, 27 अक्तूबर 2022

स्कूल लाइफ

स्कूल लाइफ
खून से लिखी चिट्ठी हमने नददी नाले पार किए
सेटिंग से मिलने को जाने कितने रिश्ते मार दीए

करती थी मैडम कंघी जब स्कूल लाइफ जी हमने
मैडम की तो छोड़ो प्रिंसिपल के संग है पी हमने

बैग में लव लेटर और सूखे,
 गुलाबों की भरमार थी
और हां 
क्या कहा कि तुम्हारी दो दो,
 सेटिंग है हमारी चार थी

तोता मैना

तोता मैना
*मुहल्ले की मैडम हो या बाजू वाली*
*हो BF की सिस्टर या BF की साली*
वफा दार मैना नहीं मिलने वाली 
वफा दार मैना नहीं मिलने वाली

सुनो दोस्तों एक सच्ची कहानी 
वफादार तोता था मैना सयानी
कहीं इश्कियां दूर था एक जोड़ा 
कभी इश्क़ में जिसने वादा न तोड़ा

कई साल तक वो मिले चोरी चोरी 
जरा सांवला तोता, मैना थी गोरी
बहुतखूब जोड़ी वो फिलहाल की थी 
मगर यार मैना, जरा लालची थी

कहीं दूर से रिश्ता मैना को आया 
ससुर पैसे वाला है सब ने बताया
तभीसे वो तोते को इग्नोर करती 
वो सनकी था थोड़ा तो कैने से डरती

ये रूठा रवैया था तोते को दुखता 
मगरकब तलकराज मैना का छुपता
किसी यार ने बात तोते को बोली 
वो गद्दार  है भाई  बनरी है भोली

कभी जिसने बोला नहीं लफ्ज़ तीखा 
वही तोता मैना पे जोरों से चीखा
मगरमच्छ के आंसू लगी रोने झूठी
पलट के यूं बोली चलो जान छूटी

वहां बापू शादी का मंडप सजारा
यहां तोता मैना को भूली नी पारा
भिजाई खबर एक एहसान कर दो
कोई आखिरी शब मेरे नाम कर दो

बहुत मिन्नतों पे, वो चाई को मानी
कि ऐहसान इतना ही काफी है जानी
मिले वो वहीं पे हमेशा के जैसे
जहां चाय से जादा कपके थे पैसे

वो गुस्से में चाय की चुस्की लगा के
ये बोली वो तोते से नैना मिला के
मुझे देख जाना है जल्दी से घर पे
तो जल्दी सेतू अपनी बकवास करबे

मगर इतनी जल्दी है काहे की बोलो 
गरम चाय पी के जरा ठंडे हो लो
मुझे  चूभ रहे  हैं तेरे  बोल  तीखें
मैं चुपचाप हूं फिरभी तू मुझपे चीखें

तो चीखों न चिलाओ ताने भी मारो
मैं हूं  बेवफा  मेरी इज्ज़त उ तारो
तभी खून की लार होठों से टपकी
जरा वक्त निकला तो उल्टी में बदली

बहुत धीरे-धीरे लहू मुंह से टपका 
उसे देखकर तोता मैना को लपका
सही वक्त है अब कलम तोड़ने का 
कहानी में मैना के दम तोड़ने का

इमेजिन करो पोज अंतिम घड़ीके
जहां तोते  के हाथ  गर्दन पे टीके
बहुत कुछ है मैना को तोते से कैना
कहे कैसे आंखों से लब ही हिलेना

बड़ी देर तक तोता कुछ भी ना बोला 
मगर राज तोते ने आखिर में खोला
कई  ख्वाब  थे  तेरे  संग मैंने बूने
मगर मेरी चाहत को ठुकराया तूने

जो खुदसे था बदलेका वादा निभाया
ज़हर  चाय में तेरी  मैंने मिलाया
मैं कातिल नहीं कत्ल करना पड़ेगा
दगा बाज मैना को मरना पड़ेगा

ये कहते ही आंखों में पानी था खुदकी
मगरअब तलक बेवफा मैना चुप थी
जिसेजान से ज़ादा चाहा था खोया 
हुआ जिस्म बेजान मैना का रोया

करो फैसला जज बनो आप जल्दी
गलत में था याफिर थी मैना की ग़लती
करो फैसला तुम मगर सोच लेना 
किसी तोते के बिन नहीं मरती मैना

*कोई सांवली हो या हो गोरी काली*
*सड़क की सवाली हो या पैसे वाली*
वफा दार मैना नहीं मिलने वाली 
वफा दार मैना नहीं मिलने वाली

वफादार मैना

वफादार मैना
*मुहल्ले की मैडम हो या बाजू वाली*
*हो BF की सिस्टर या BF की साली*
वफा दार मैना नहीं मिलने वाली 
वफा दार मैना नहीं मिलने वाली

सुनो दोस्तों एक सच्ची कहानी 
वफादार तोता था मैना सयानी
कहीं इश्कियां दूर था एक जोड़ा 
कभी इश्क़ में जिसने वादा न तोड़ा

कई साल तक वो मिले चोरी चोरी 
जरा सांवला तोता, मैना थी गोरी
बहुतखूब जोड़ी वो फिलहाल की थी 
मगर यार मैना, जरा लालची थी

कहीं दूर से रिश्ता मैना को आया 
ससुर पैसे वाला है सब ने बताया
तभीसे वो तोते को इग्नोर करती 
वो सनकी था थोड़ा तो कैने से डरती

ये रूठा रवैया था तोते को दुखता 
मगरकब तलकराज मैना का छुपता
किसी यार ने बात तोते को बोली 
वो गद्दार  है भाई  बनरी है भोली

कभी जिसने बोला नहीं लफ्ज़ तीखा 
वही तोता मैना पे जोरों से चीखा
मगरमच्छ के आंसू लगी रोने झूठी
पलट के यूं बोली चलो जान छूटी

वहां बापू शादी का मंडप सजारा
यहां तोता मैना को भूली नी पारा
भिजाई खबर एक एहसान कर दो
कोई आखिरी शब मेरे नाम कर दो

बहुत मिन्नतों पे, वो चाई को मानी
कि ऐहसान इतना ही काफी है जानी
मिले वो वहीं पे हमेशा के जैसे
जहां चाय से जादा कपके थे पैसे

वो गुस्से में चाय की चुस्की लगा के
ये बोली वो तोते से नैना मिला के
मुझे देख जाना है जल्दी से घर पे
तो जल्दी सेतू अपनी बकवास करबे

मगर इतनी जल्दी है काहे की बोलो 
गरम चाय पी के जरा ठंडे हो लो
मुझे  चूभ रहे  हैं तेरे  बोल  तीखें
मैं चुपचाप हूं फिरभी तू मुझपे चीखें

तो चीखों न चिलाओ ताने भी मारो
मैं हूं  बेवफा  मेरी इज्ज़त उ तारो
तभी खून की लार होठों से टपकी
जरा वक्त निकला तो उल्टी में बदली

बहुत धीरे-धीरे लहू मुंह से टपका 
उसे देखकर तोता मैना को लपका
सही वक्त है अब कलम तोड़ने का 
कहानी में मैना के दम तोड़ने का

इमेजिन करो पोज अंतिम घड़ीके
जहां तोते  के हाथ  गर्दन पे टीके
बहुत कुछ है मैना को तोते से कैना
कहे कैसे आंखों से लब ही हिलेना

बड़ी देर तक तोता कुछ भी ना बोला 
मगर राज तोते ने आखिर में खोला
कई  ख्वाब  थे  तेरे  संग मैंने बूने
मगर मेरी चाहत को ठुकराया तूने

जो खुदसे था बदलेका वादा निभाया
ज़हर  चाय में तेरी  मैंने मिलाया
मैं कातिल नहीं कत्ल करना पड़ेगा
दगा बाज मैना को मरना पड़ेगा

ये कहते ही आंखों में पानी था खुदकी
मगरअब तलक बेवफा मैना चुप थी
जिसेजान से ज़ादा चाहा था खोया 
हुआ जिस्म बेजान मैना का रोया

करो फैसला जज बनो आप जल्दी
गलत में था याफिर थी मैना की ग़लती
करो फैसला तुम मगर सोच लेना 
किसी तोते के बिन नहीं मरती मैना

*कोई सांवली हो या हो गोरी काली*
*सड़क की सवाली हो या पैसे वाली*
वफा दार मैना नहीं मिलने वाली 
वफा दार मैना नहीं मिलने वाली