सिचुएशन
लड़की गुस्से से चाय की चुस्की लेते हुए कहती है
क्या वाकई में कोई बात है या फिर मुझे तंग करने का बहाना है
खैर जो भी कहना जल्दी कहो मुझे वापस घर भी जाना है
इतनी जल्दी काहे की आखिर किस बात की हाय है
जरा आराम से पीओ मेरी जान शायद ये तुम्हारे साथ मेरी आखिरी चाय है
इतनी चिढ़ भी किस बात की क्या मैं तुम्हारा कुछ बिगाड़ रहा हूं
तुम तो ऐसे गुस्सा हो रही हो जैसे मैं तुम्हारी इज्जत उतार रहा हूं
हां तो चीखो, चिल्लाओ यही आता है तुम्हें, हमेशा की तरह ताने मारोगे
पूरे मोहल्ले में तो बेवफा के नाम से बदनाम कर ही रखा है अब इससे ज्यादा क्या बिगाड़ोगे
लड़का लड़की के तेवर देख हैरान हो गया सोचा, लड़की हाथ से निकल गई
इतनी ही देर में लड़की के मुंह से खून की लार गिरने लगी जो उल्टी में बदल गई
अब सिचुएशन कुछ ऐसी है कि बाहों में दम तोड़ने वाला पोज है
लड़की की आंखों में सवाल तो कई है पर लब खामोश है
लड़के ने टेबल से अपना चाय का कप उठाते हुए कहा
इतिहास गवाह है मैंने अपना हर वादा निभाया है,
मगर तुम्हारी तरफ से सिर्फ और सिर्फ धोखा खाया है
ज्यादा सोचने समझने दिमाग भिढ़ाने की जरूरत नहीं है मेरी जान
क्योंकि तुम्हारी चाय में जहर मैंने ही मिलाया है
इतना कहने के बाद ही लड़के की आंखों में आंसू की बरसात उतर गई ना
मगर लड़की चुप (क्यों)
मर गई ना