हमें उम्मीद थी वो आग़ नफरत की बुझा देगा,
नहीं मालूम था इतना कि मोदी आकर हवा देगा.
पिलाओगे अगर मुसलमानों को हमेशा ज़हर मज़हब का,
वो दीवाना सरवर किसी दिन देखना दुनिया जला देगा
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आप का इस्तक़बाल है हमारी छोटी सी इत्तेहाद ऐ अदब की महफ़िल में हम उम्मीद करेंगे के आपको हमारी शायरी पसंद आये यहाँ कुछ हम कुछ दोस्त शुरुआत कर रहे है। शायरी का मुकाम हासिल करने के लिए बस आप सब की दुआए चाहिए यहाँ आपको शायर गुलज़ार राजा अंसारी नसीम सिद्दीकी ख़ान जी मोहम्मद हारिस नसीम आज़मी हकीम दानिश मोहम्मद सरवर अली खान रहीश पीतमपुरी और कई शायर मिलेंगे
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