दर्द ए मोहब्बत की "दवा,, दे मुझे ।
ऐ मौला जल्द से जल्द "शिफा,, दे मुझे ।
बिछड़ कर मुझसे वो भी "बिलख,, रही होगी,
ऐ हवा कान में आकर "सुना,, दे मुझे ।
सुखंदरों को कौन दे रहा है "खिताब ए इश्क,,
मेरे यार अपनी आंखों से वो "मंजर दिखा,, दे मुझे ।
"तबाह,, कर दूँ जाकर उसकी शादी का "खेमां,,
ऐ "बिमार बिस्तर,, एक बार "उठा,, दे मुझे ।
मौत के "आगोश,, में हम सो गए जिसका "नाम,, रटकर,
वो मुझको याद कर रहे हैं "ऐ हिचकी,, "जगा,, दे मुझे ।
यकीनन सारा "शहर शरीक,, होगा "मय्यत,, मे मेरी,
पर क्या वो भी आई है, "ए बेजान,, दिल "धड़क,, कर बता दे मुझे ।
Rahishpithampuri786@gmail.com
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