शैतान से मिले या साथियों से,
मेरे शहर को हर चीज़ हराम चाहिए ।
साफ पानी, गद्देदार चटाई, लाइटिंग,
और पंखों का सही इंतजाम चाहिए ।
बाद एलान ए सुन्नत के, खड़े लोग
नमाज़ न पड सके तब अहसास हुआ,
जाहिल, आखिरत के राहगीरों को,
मस्जिद में भी आराम चाहिए ।
Rahishpithampuri786@gmail.com
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