रविवार, 6 सितंबर 2015

बारिश

ऐ उम्मतें नबी हाथ उठा, गुजारिश कर
ऐ आसमान जाकर खुदा से, शिफारिश कर
तडप रहे हैं लोग प्यास और गर्मी से
ऐ मेरे मौला रहमतों वाली बारीश कर

आमीन सुम्मा आमीन.....

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