शनिवार, 19 नवंबर 2022

उप्स different

बेड पे दोनों के वेट का झोल
रात किए मैंने गोल पे गोल 
हुस्न का जख्मी मरीज बना मैं 
उसने प्ले किया नर्स का रोल

फील रिलैक्स मारके गोली 
बापू डोर पे करे ठिठोली
बेडरूम में फस गए दोनों 
हाथ जोड़के मुझसे बोली

           *क्या?*

ओ बेबी मेरा नाम ना लेना 
कि तेरे बिना काम चलेना
कि तेरे बिना रात क्या होगी 
कि तेरे बिना शाम ढलेना

            *उप्स*

ओ बेबी मेरा नाम ना लेना 
कि तेरे बिना काम चलेना
कि तेरे बिना रात क्या होगी 
कि तेरे बिना शाम ढलेना

            *उप्स*

कूद गया विंडो से बचके
कोन करेगा डोन को टचबे
साले साब ने पकड़ लिया 
कूटदिया मुझेचोर समझके

समझके मुझको चोर चमारा
भीड़ ने इश्क का भूत उतारा
भीड़भाड़ में दिखी वो मुझको
कान पकड़ के किया इशारा

           *क्या?*

ओ बेबी मेरा नाम ना लेना 
कि तेरे बिना काम चलेना
कि तेरे बिना रात क्या होगी 
कि तेरे बिना शाम ढलेना

            *उप्स*

ओ बेबी मेरा नाम ना लेना 
कि तेरे बिना काम चलेना
कि तेरे बिना रात क्या होगी 
कि तेरे बिना शाम ढलेना

            *उप्स*

हाथ में लोगों के मेरी जान 
मार के छोड़ेंगे क्या भगवान
सूझ गई थी एक आंख और
होंठ थे दोनों लहू लुहान

चोर पकड़ने आई पू लिस
हो गई पूरी बॉडी फ्रीज
एक आंख से देखा उसको 
होठ हिलाके बोली प्लीज़

          *क्या?*

ओ बेबी मेरा नाम ना लेना 
कि तेरे बिना काम चलेना
कि तेरे बिना रात क्या होगी 
कि तेरे बिना शाम ढलेना

            *उप्स*

ओ बेबी मेरा नाम ना लेना 
कि तेरे बिना काम चलेना
कि तेरे बिना रात क्या होगी 
कि तेरे बिना शाम ढलेना

            *उप्स*

खून से लथपथ हुआ लिबास
कब तक सहता में बकवास
खोल दिया फिर राज तुम्हारा 
कर दिया इश्क का पर्दाफाश

हैड पे तानके गन वो बोला
खत्म हुआ बेटा तेरा रोला
देखके उसका उड़नखटोला 
पैर पकड़ मैं सर के बोला

         *क्या?*

ओ बेबी तेरा नाम बताया
कि तूने था मुझे बुलाया
कि विंडो से तूने कुदाया
कि इश्क है मैंने निभाया

            *उप्स*

ओ बेबी तेरा नाम बताया
कि तूने था मुझे बुलाया
कि विंडो से तूने कुदाया
कि इश्क है मैंने निभाया

            *उप्स*
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